hindi diwas quotes in hindi|quote on hindi diwas|14 september Hindi Diwas Status|hindi diwas speech:केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस के अवसर पर वीडियो संदेश जारी किया है. अमित शाह ने कहा कि हिंदी एक जनतांत्रिक भाषा रही है. हिंदी ने एकता की भावना स्थापित की है. अमित शाह ने ट्वीट कर लिखा, ‘‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत की भाषाओं की विविधता को एकता के सूत्र में पिरोने का नाम ‘हिंदी’ है. स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर आजतक देश को एकसूत्र में बांधने में हिंदी की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है. आइए, ‘हिंदी दिवस’ के अवसर पर राजभाषा हिंदी सहित सभी भारतीय भाषाओं को सशक्त करने का संकल्प लें|
Hindi Diwas 2023 हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन खासतौर पर हिंदी के महत्व को समझाने और इसे बढ़ावा के मकसद से मनाया जाता है लेकिन क्या आपने सोचा है कि आखिर इस दिन को मनाने के लिए 14 तारीख ही क्यों चुनी गई। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इसकी वजह और इससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
hindi diwas 2023
हिंदी भारत में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। देश के कई राज्यों में लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। आम बोलचाल के लिए भी हिंदी सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। वहीं, बात करें दुनिया की, तो मंडेरिन, स्पेनिश और अंग्रेजी भाषा के बाद हिंदी दुनिया में चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। ऐसे में हिंदी के महत्व को लोगों तक पहुंचाने और इसे बढ़ावा देने के मकसद से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है।
क्यों 14 सितंबर को ही मनाते हैं हिंदी दिवस?
14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की एक नहीं,बल्कि दो वजह है। दरअसल, यह वही दिन है, जब साल 1949 में लंबी चर्चा के बाद देवनागरी लिपि में हिंदी को देश की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। इसके लिए 14 तारीख का चुनाव खुद देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने किया था। वहीं, इस दिन को मनाने के पीछे एक और खास वजह है, तो एक मशहूर हिंदी कवि से जुड़ी हुई है।
पहली बार कब मनाया गया हिंदी दिवस
इस दिन को मनाने की शुरुआत पहली बार साल 1953 में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के सुझाव पर की गई थी। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण हिंदी के महत्व को बढ़ाना तो था ही, लेकिन इसी दिन महान हिंदी कवि राजेंद्र सिंह की जयंती भी होती है। भारतीय विद्वान, हिंदी-प्रतिष्ठित, संस्कृतिविद, और एक इतिहासकार होने के साथ ही उन्होंने हिंदी को आधिकारिक भाषा बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
हिंदी का नाम “हिंदी” कैसे पड़ा?
आप सभी हिंदी दिवस के इतिहास के बारे में तो जान चुके हैं, लेकिन क्या आप यह जानते हैं आखिर हिंदी भाषा का नाम हिंदी कैसे पड़ा। अगर नहीं, तो चलिए आपको इसके बारे में भी बताते हैं। शायद भी आप जानते होंगे कि असल में हिंदी नाम खुद किसी दूसरी भाषा से लिया गया है। फारसी शब्द ‘हिंद’ से लिए गए हिंदी नाम का मतलबसिंधु नदी की भूमि होता है। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में फारसी बोलने वाले लोगों ने सिंधु नदी के किनारे बोली जाने वाली भाषा को ‘हिंदी’ का नाम दिया था।
भारत ही नहीं इन देशों में भी बोली जाती है हिंदी
जैसाकि ऊपर बताया गया कि हिंदी सिर्फ भारत में ही सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा नहीं है, यह दुनियाभर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली चौथी भाषा है। भारत के अलावा कई अन्य देश ऐसे हैं, जहां लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। इन देशों में नेपाल, मॉरीशस, फिजी, पाकिस्तान, सिंगापुर, त्रिनिदाद एंड टोबैगो,बांग्लादेश शामिल हैं।
हिंदी दिवस 2023 शुभकामना संदेश (Hindi Diwas 2023 Wishes)
हिंदी भाषा नहीं भावों की अभिव्यक्ति है,
यह मातृभूमि पर मर मिटने की शक्ति है.
हिंदी दिवस की शुभकामनाएं..
हिंदी है भारत की बिंदी,
ये भारत की शान है
इसके बूते बढ़ रहा है देश
ये हमारे देश की आन बान और शान है
हिंदी दिवस 2023 की शुभकामनाएं
हम सब मिलकर दे सम्मान,
निज भाषा पर करें अभिमान,
हिंदुस्तान के माथे की बिंदी,
जन-जन की आत्मा बने हिंदी.
Happy Hindi Diwas 2023
कबीर का गायन है हिंदी,
सरल शब्दों में कहा जाए,
तो जीवन की परिभाषा है हिंदी.
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
जैसे रंगों के मिलने से खिलता है बसंत,
वैसे भाषाओं की मिश्री सी बोली है हिंदी
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
वक्ताओं की ताकत भाषा,
लेखक का अभिमान है भाषा,
भाषाओं के शीर्ष पर बैठी,
मेरी प्यारी हिंदी भाषा.
हिंदी दिवस की बधाई.
हमारी एकता और अखंडता ही हमारे देश की पहचान है,
हिंदुस्तान हैं हम और हिंदी हमारी जुबान है.
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
भारत मां के भाल पर सजी स्वर्णिम बिंदी हूं,
मैं भारत की बेटी आपकी अपनी हिंदी हूं,
हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!