उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना ऑनलाइन आवेदन: भारत सरकार द्वारा ग्रामीण और शहरी युवाओं, कार्यकर्ताओं ,कृषक, श्रमिक हर वर्ग के लोगों को विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही है यह सुविधाएं अलग-अलग प्रकार की योजनाओं के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई जा रही है योजनाओं का लाभ लेने के लिए योजना के अनुसार अलग-अलग पात्रता निर्धारित की गई है।
इसी तरह वर्तमान स्थिति को देखते हुए भी महामारी के इस दौर में केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बहुत सी योजनाएं शुरू की गई है जिसमें अधिकारी युवाओं ,श्रमिकों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए योजनाएं चलाई गई है महामारी के इस दौर में भारत की स्थिति कैसी हो गई है जिसमें युवा वर्ग, परिवार ,स्वास्थ्य विभाग ,कार्यालयों ना जाने कितने प्रभावित हुए हैं |
वात्सल्य योजना उत्तराखंड क्या है
आर्थिक स्थिति के साथ-साथ मानसिक स्थिति भी प्रभावित हुई है करोना काल में ना जाने कितने परिवारों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है इन्हीं सभी स्थिति को देखते हुए बहुत से व्यापारी वर्ग, सरकार, अधिकारी ,लोगों की मदद के लिए सामने आए ,ऐसे ही सरकार द्वारा राज्य स्तर पर और केंद्र स्तर पर योजनाएं चलाई गई है जिससे लोगों को आर्थिक समस्याओं का सामना ना करना पड़े और लोग एहतियात बरतें और करोना से लड़ने में सक्षम हो।
इन सब स्थितियों को मध्य नजर रखते हुए सबसे दुखद परिस्थिति तो यह होगी जिन नन्हे बच्चों ने अपने माता-पिता को इस महामारी के दौर में खो दिया है वह बच्चे अनाथ हो गए हैं उन बच्चों के पास वर्तमान में ना तो शारीरिक क्षमता है और ना ही मानसिक ,ऐसी स्थिति को देखते हुए उत्तराखंड सरकार द्वारा उनके भरण पोषण से संबंधित वात्सल्य योजना का शुभारंभ किया है यह सहयोगी योजना सरकार के सराहनीय प्रयास में से एक है।
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मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना कब शुरू हुई
उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक सहयोगी योजना है जिसकी घोषणा हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह जी द्वारा की गई इस योजना की घोषणा Covid-19 दूसरे चरण में की गई है उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत चलाई जाने वाली योजनाएं है जिसको राज्य सरकार द्वारा के दिशा निर्देश के अनुसार ही चलाया जाएगा ,यह योजना उत्तराखंड के उन सभी सभी बच्चों के लिए चलाई गई योजना है जिन बच्चों ने करोना महामारी में अपने माता पिता को खो दिया है वात्सल्य योजना के तहत उत्तराखंड के उन सभी अनाथ बच्चों के लिए सरकार द्वारा शिक्षा ,पोषण ,प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा
Mukhyamantri Vatsalya Yojana
योजना का नाम | मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना |
किसने आरंभ की | उत्तराखंड सरकार |
लाभार्थी | उत्तराखंड के वे बच्चे जिन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपने माता पिता को खो दिया है। |
उद्देश्य | बच्चों को भरण पोषण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना। |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्द लॉन्च की जाएग |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
आर्थिक सहायता | 3000 |
सरकारी नौकरी में कोटा | 5% |
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मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के उद्देश्य
उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य,योजना में 21 वर्ष तक बच्चे के भरण पोषण ,स्कूली शिक्षा और प्रशिक्षण की व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार ने ली है
उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना में मुख्यमंत्री द्वारा यह भी बताया गया है की अनाथ बच्चे की पैतृक संपत्ति के लिए
अलग से नियम बनाए जाएंगे कोई भी उस बच्चे को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर उससे उसकी पैतृक जमीन नहीं हत्या सकता और ना ही किसी को उसकी पैतृक जमीन बेचने का अधिकार दिया जाएगा ,जब तक की वह बालक व्यस्क नहीं हो जाता उसके बाद वह स्वयं ही निर्णय ले सकता |
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उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- वात्सल्य योजना के अंतर्गत बच्चे के पोषण की व्यवस्था सरकार द्वारा किसी भी माध्यम से की जाएगी वह आंगनवाड़ी हो या मिड डे मील सुविधा हो ,पोषण के साथ-साथ उस बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं भी सरकार द्वारा ही प्रदान की जाएगी
- वात्सल्य योजना में बच्चों की शिक्षा से संबंधित व्यवस्था सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों में की जाएगी और शिक्षा पूरी होने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षण भी सरकार द्वारा ही दिया जाएगा
- वात्सल्य योजना में रोजगार से संबंधित दीनदयाल उपाध्याय योजना ,कौशल विकास योजना इन के माध्यम से भी वह बच्चों के कौशल और प्रशिक्षण के लिए सहायता कर सकती है
- वात्सल्य योजना के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा अनाथ बच्चे को प्रतिमाह 3000 की राशि भत्ते के रूप में दी जाएगी
- वात्सल्य योजना के अंतर्गत आने वाले उन सभी अनाथ बच्चों के लिए उत्तराखंड राज्य की सरकारी नौकरियों में भी 5% आरक्षण सुविधा दी जाएगी
उत्तराखंड वात्सल्य योजना के लिए पात्रता
- वात्सल्य योजना की पात्रता इसी आधार पर होगी कि यदि बच्चे के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो गई है
- वात्सल्य योजना के लिए बच्चे के माता पिता उत्तराखंड राज्य के निवासी होने आवश्यक है
- उत्तराखंड वात्सल्य योजना के अंतर्गत यदि बच्चे की पैतृक संपत्ति पर अभी भी उसके दादाजी का अधिकार है और उसके दादा उसके साथ है ऐसी स्थिति में उसे अनाथ नहीं माना जाएगा क्योंकि अभी उसकी पैतृक संपत्ति का अधिकार उसके पिता को भी नहीं था|
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मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया
ऐसे लोग जो मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है, जिसका लिंक यह है – https://wecd.uk.gov.in/ . उसके बाद रिसेंट अपडेट्स पर क्लिक करें ,अब आपको मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना ऑप्शन पर क्लिक करके एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करें।
राज्य सरकार द्वारा चलाई जाने वाली यह सहयोगी योजना तब तक सफल नहीं होगी जब तक की अनाथ बच्चों के सहयोग के लिए ग्रामीण व शहरी स्तर पर समाजिक कार्यकारी अधिकारी सहयोग नहीं करेंगे महामारी के इस दुखद पूर्ण परिस्थिति में बच्चे की मानसिक स्थिति और शारीरिक स्थिति बहुत ही कमजोर होगी , इसके लिए आवश्यक है कि धरातल पर कार्यरत कार्यकारी अधिकारी की यह विशेष जिम्मेदारी बनती है कि योजना का वास्तविक लाभ उस अनाथ बच्चे को मिल सके.
नाबालिक बच्चे कि इस अवस्था में और इस परिस्थिति में पुलिस ,प्रशासन, अस्पताल ,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता ,सामाजिक कार्यकर्ता आदि इसमें अहम भूमिका निभाए।
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