sbi jan nivesh sip scheme:SBI की जननिवेश SIP स्कीम के तहत केवल 250 रुपये से म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत की जा सकती है. इसमें डेली, वीकली और मंथली इंवेस्टमेंट प्लान शामिल है. जो लोग निवेश की शुरुआत करना चाहते है, वे कम राशि से निवेश स्टार्ट कर सकते हैं.
आज के समय में हर कोई अपनी कमाई का एक हिस्सा रिटायरमेंट (Retirement) के बाद के लिए बचाता है, ताकि उम्र के उस पड़ाव पर किसी भी तरह की वित्तीय परेशानी का सामना न करना पड़े और न ही किसी दूसरे पर गुजर-बसर के लिए आश्रित रहना पड़े. आपकी छोटी-छोटी बटत भी आपकी ये समस्या हल कर सकती है और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने एक नई एसआईपी स्कीम (SIP Scheme) शुरू की है, जिसमें महज 250 रुपये से शुरुआत की जा सकती है और हर महीने नियमित बचत करके 17 लाख रुपये से ज्यादा का फंड जुटा सकते हैं
sbi jan nivesh sip scheme
SBI and SBI Mutual Fund’s JanNivesh SIP : एसबीआई म्यूचुअल फंड ने हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ मिलकर जन निवेश SIP लॉन्च की है, जिसके जरिये सिर्फ 250 रुपये की मंथली एसआईपी से निवेश की शुरूआत की जा सकती है. इसे म्यूचुअल फंड में निवेश को आम लोगों के बीच और पॉपुलर बनाने वाला कदम बताया जा रहा है. जो लोग इस JanNivesh SIP के जरिये म्यूचुअल फंड में पैसे लगाना चाहते हैं,
उनके मन में पहला सवाल होगा कि इसमें निवेश करने पर कितना रिटर्न मिलने की उम्मीद की जा सकती है. इस सवाल का जवाब जानने के लिए सबसे पहले तो यह मालूम होना चाहिए कि जननिवेश एसआईपी के जरिये जमा की जाने वाली हर रकम एसबीआई म्यूचुअल फंड की किस स्कीम में लगाई जाएगी. इसके बाद उस स्कीम के पिछले रिटर्न के आंकड़े यह अंदाजा लगाने में मदद करेंगे कि SBI JanNiveSh SIP में निवेश करने पर कितना रिटर्न मिलने की संभावना हो सकती है|
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में जाएगी जन निवेश SIP
सबसे पहले तो आपको यह बता दें कि जन निवेश SIP से मिलने वाली सारी रकम एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (SBI Balanced Advantage Fund) में निवेश की जाएगी, जो SBI म्यूचुअल फंड की एक हाइब्रिड स्कीम है. जैसा कि नाम से जाहिर है, यह एक बैलेंस्ड एडवांटेज फंड है, जिसे हाइब्रिड म्यूचुअल फंड की कैटेगरी में रखा जाता है. डायनैमिक एसेट एलोकेशन फंड (Dynamic Asset Allocation Fund) भी बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का ही दूसरा नाम है|
अपने हिसाब से चुन सकते हैं निवेश ऑप्शन
पहले बताते हैं एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) द्वारा मिलकर शुरू की गई जननिवेश एसआईपी (Jan Nivesh SIP Scheme) के बारे में, जिसे खासतौर पर पहली बार निवेश करने वाले और ग्रामीण, अर्ध-शहरी और शहरी क्षेत्रों में रहने वाले छोटे बचतकर्ताओं को म्यूचुअल फंड योजनाओं में भाग लेने के लिए सशक्त बनाने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है. इसकी खास बात ये है कि इसमें निवेशक महज 250 रुपये से अपनी शुरूआत कर सकते हैं और दैनिक, साप्ताहिक और मासिक इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस चुन सकते हैं.
निवेश की शुरुआत के लिए बेहतर विकल्प
कहते हैं सही जगह पर निवेश और शानदार रिटर्न से छोटी बचत करके भी मोटा फंड जुटाया जा सकता है और इस लिहाज से सिस्टामैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP खासी लोकप्रिय हो रही है. एसबीआई की इस एसआईपी स्कीम में शुरुआत में निवेशक एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में इन्वेस्ट करने के लिए कर सकते हैं, जो एक ऐसा Fund है, जो फंड मैनेजरों द्वारा इक्विटी और डेट के बीच निवेश को रणनीतिक रूप से आवंटित करता है.
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड की क्या है खूबी
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड या डायनैमिक एसेट एलोकेशन फंड की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसके जरिये निवेशकों के पैसों को बाजार की परिस्थितियों के हिसाब से इक्विटी और डेट में डायनैमिक ढंग से इनवेस्ट किया जाता है. सेबी के नियमों के तहत बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के पोर्टफोलियो में इक्विटी और डेट दोनों की हिस्सेदारी 0 से 100 फीसदी तक कुछ भी हो सकती है. किस वक्त किस एसेट क्लास में कितने पैसे लगाने हैं, यह फैसला पूरी तरह फंड मैनेजर की समझदारी से किया जाता है. अगर मैनेजर को लगता है कि इक्विटी में रिटर्न गिरने वाला है, तो वह फंड को इक्विटी से डेट की तरफ ट्रांसफर कर सकता है और अगर शेयर बाजार में बेहतर रिटर्न की गुंजाइश नजर आती है, तो वह इक्विटी में फंड एलोकेशन बढ़ा सकता है. यानी इस हाइब्रिड फंड में पैसे लगाने पर निवेशकों को इक्विटी और डेट दोनों में निवेश का फायदा मिलने की उम्मीद रहती है. यही वजह है कि इसे संतुलित रिटर्न देने वाली स्कीम माना जाता है.
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का अब तक का प्रदर्शन
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड भी एक डायनैमिक एसेट एलोकेशन फंड या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड होने की वजह से संतुलित रिटर्न देने के लिए जाना जाता है. इस पर मिलने वाला रिटर्न, प्योर इक्विटी फंड्स की तुलना में कुछ कम और प्योर डेट फंड्स के मुकाबले बेहतर रहने की उम्मीद की जा सकती है. आइए देखते हैं कि इस स्कीम ने अब तक अलग-अलग अवधि में निवेशकों को कितना रिटर्न दिया है. SBI म्यूचुअल फंड की यह स्कीम 31 अगस्त 2021 को लॉन्च की गई थी. यानी इसके 5 साल अभी पूरे नहीं हुए हैं.
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का लंपसम रिटर्न
1 साल का रिटर्न : 9.9%
3 साल का औसत सालाना रिटर्न : 12.69%
लॉन्च से अब तक का औसत सालाना रिटर्न : 11.63%
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का बेंचमार्क NIFTY 50 Hybrid Composite debt 50:50 Index है, जिसका 1 साल का रिटर्न 9.23%, 3 साल का 9.48% और लॉन्च से अब तक रिटर्न 8.67% रहा है. रिटर्न के ये आंकड़े एसबीआई म्यूचुअल फंड की वेबसाइट से लिए गए हैं. 31 जनवरी 2025 को स्कीम का एक्सपेंस रेशियो रेगुलर प्लान के लिए 1.57% और डायरेक्ट प्लान के लिए 0.69% था. SBI म्यूचुअल फंड की इस स्कीम का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 18 फरवरी 2025 तक अपडेटेड आंकड़ों के मुताबिक 32,953.27 करोड़ रुपये था.
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का SIP रिटर्न
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के एक और 3 साल के SIP रिटर्न के आंकड़े वैल्यू रिसर्च पर उपलब्ध हैं, जिनके हिसाब से इस स्कीम का पिछला एसआईपी रिटर्न इस प्रकार है:
1 साल का SIP रिटर्न (एन्युलाइज्ड) : 0.99% (रेगुलर प्लान), 1.92% (डायरेक्ट प्लान)
3 साल का SIP रिटर्न (एन्युलाइज्ड): 12.55% (रेगुलर प्लान), 13.6% (डायरेक्ट प्लान)
SBI योनो, Paytm समेत इन प्लेटफॉर्म के जरिये निवेश
जननिवेश स्कीम को लॉन्च किए जाने से पहले SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में मिनिमम एसआईपी अमाउंट 500 रुपये था. लेकिन अब नई पहल के तहत इसमें मिनिमम 250 रुपये की एसआईपी से भी निवेश की शुरुआत की जा सकती है. नई पहल के तहत SBI म्यूचुअल फंड की इस स्कीम में एसबीआई योनो ऐप (SBI Yono App) के अलावा पेटीएम (Paytm), जिरोधा (Zerodha) और ग्रो (Groww) जैसे डिजिटल फिनटेक प्लेटफॉर्म के जरिये भी निवेश किया जा सकता है. इससे इनवेस्टर अपने मोबाइल से ही SIP की शुरुआत कर पाएंगे.
पिछला रिटर्न भविष्य में जारी रहने की गारंटी नहीं
SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के पिछले रिटर्न के आंकड़े देखकर आप इस स्कीम के अब तक के प्रदर्शन का अंदाजा लगा सकते हैं. लेकिन म्यूचुअल फंड्स में पिछले प्रदर्शन के भविष्य में भी जारी रहने की कोई गारंटी नहीं होती. फिर भी पिछले प्रदर्शन के आधार पर फंड मैनेजमेंट के बारे में कुछ अनुमान तो लगाया ही जा सकता है. इक्विटी में बड़े एक्सपोजर की गुंजाइश वाले SBI बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को रिस्कोमीटर पर हाई रिस्क (High Risk) वाला माना गया है. इसलिए इसमें निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखें.