चंद्रयान 3 की जानकारी|चंद्रयान 3 की जानकारी live:Chandrayaan 3 Updates चंद्रयान का विक्रम लैंडर अब चांद के काफी करीब पहुंच गया है। लैंडर चांद के चक्कर लगाने के साथ उसकी नई तस्वीरें भी ले रहा है। इस बीच कई लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि चंद्रयान का लैंडर अब चांद से कितनी दूरी पर है क्या लैंडिंग को लाइव देखा जा सकता है।चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए हर भारतीय कामना कर रहा है। लोग इसकी लाइव लैंडिंग (Chandrayaan-3 Live Location) देखने को भी उत्सुक हैं। बता दें कि इसरो ने लैंडिंग को लाइव देखने के लिए भी प्लैटफॉर्म दिया है।
चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतरेगा। ऐसा होने पर भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा। सिर्फ भारतवर्ष ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया इस ऐतिहासिक पल का टकटकी लगाए इंतजार कर रही है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है।
Chandrayaan 3 Landing Live
1. चंद्रयान-2 में एक ऑर्बिटर, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर शामिल थे. चंद्रयान-3 में एक लैंडर मॉड्यूल (LM), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है. चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान स्पेक्ट्रो-पोलारिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेट अर्थ (SHAPE) नामक एक पेलोड ले जाएगा, जो पिछले मिशन में नहीं था. SHAPE चंद्रमा की सतह की स्टडी करेगा|
2. चंद्रयान-2 में लैंडर को खतरे का पता लगाने के लिए कैमरे नहीं थे. लेकिन इसरो ने गलती को सुधारते हुए चंद्रयान-3 के लैंडर में 2 बचाव कैमरे लगाए हैं. चंद्रयान-2 में केवल एक ही ऐसा कैमरा था और चंद्रयान-3 के कैमरे पिछली बार के मुकाबले अधिक मजबूत बनाए गए हैं|
3. इसरो ने चंद्रयान-3 को मजबूती देने के लिए इसके लैंडर लेग मैकेनिज्म परर्फोर्मस की टेस्टिंग भी की है. चंद्रयान-2 में ये सिस्टम नहीं था|
चंद्रयान -3 एकीकृत मॉड्यूल –
4. इसके अलावा लैंडिंग की स्पीड को 2 मीटर प्रति सेकेंड से बढ़ाकर 3 मीटर प्रति सेकेंड कर दिया है. इसका मतलब है कि लैंडिंग के दौरान 3 मीटर प्रति सेकेंड की स्पीड पर भी क्रैश नहीं होगा|
5. चंद्रयान 3 में नए सेंसर्स जोड़े गए हैं, और विक्रम लैंडर में ज्यादा फ्यूल डालकर भेजा गया है. चंद्रयान 2 को लैंडिंग के लिए 500 मीटर x 500 मीटर के दायरे की पहचान करने की क्षमता के साथ भेजा गया था. इस बार चंद्रयान 3 मिशन 4 किलोमीटर x 2.5 किलोमीटर एरिया की पहचान कर सकता है|
6. चंद्रयान 3 चाहे किसी भी तरह से लैंड करे, इसे एनर्जी देने के लिए अलग से सोलर पैनल लगाए गए हैं. इसरो ने इसकी लैंडिंग को हेलिकॉप्टर और क्रेन के जरिए टेस्ट किया है|
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चंद्रयान-3 मॉड्यूल के तीन आयामी झलक नीचे दी गईं हैं:
चंद्रयान -3 – तत्त्व
चंद्रयान-3 के मिशन के उद्देश्य हैं:
- चंद्र सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग प्रदर्शित करना
- रोवर को चंद्रमा पर भ्रमण का प्रदर्शन करना और
- यथास्थित वैज्ञानिक प्रयोग करना
मिशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए लैंडर में कई उन्नत प्रौद्योगिकियां मौजूद हैं जैसे,
- अल्टीमीटर: लेजर और आरएफ आधारित अल्टीमीटर
- वेलोसीमीटर : लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर और लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरा
- जड़त्वीय मापन: लेजर गायरो आधारित जड़त्वीय संदर्भ और एक्सेलेरोमीटर पैकेज
- प्रणोदन प्रणाली: 800N थ्रॉटलेबल लिक्विड इंजन, 58N एटिट्यूड थ्रस्टर्स और थ्रॉटलेबल इंजन कंट्रोल इलेक्ट्रॉनिक्स
- नौवहन, गाइडेंस एंड कंट्रोल (NGC): पावर्ड डिसेंट ट्रैजेक्टरी डिजाइन और सहयोगी सॉफ्टवेयर तत्व
- खतरे का पता लगाना और बचाव : लैंडर खतरे का पता लगाना और बचाव कैमरा और प्रसंस्करण एल्गोरिथम
- लैंडिंग लेग तंत्र
When Will Chandrayaan-3 Land on Moon
चंद्रयान-3 लैंडिंग लाइव
जनपद के परिषदीय व माध्यमिक विद्यालयों में चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग का बुधवार को सजीव प्रसारण दिखाया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बुधवार को सजीव प्रसारण देखने के लिए स्कूलों को खोलने का निर्देश दिया है। अपर राज्य परियोजना निदेशक मधुसूदन हुल्गी ने स्कूलों में बुधवार की शाम 5:15 से 6:15 बजे तक विशेष सभा आयोजित करने और सजीव प्रसारण दिखाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है।
जिले में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र कुमार सिंह ने प्रधानाध्यापकों व समस्त खंड शिक्षाधिकारियों को तथा जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमरकांत सिंह ने प्रधानाचार्यों को स्कूलों में सजीव प्रसारण की व्यवस्था कराने को कहा है। इसको लेकर प्रधानाध्यापकों व प्रधानाचार्यों ने आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं।
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चंद्रयान 3 में कौन कौन शामिल है?
चंद्रयान-3 में एक स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल (एलएम), प्रोपल्शन मॉड्यूल (पीएम) और एक रोवर शामिल है, जिसका उद्देश्य अंतरग्रहीय मिशनों के लिए आवश्यक नई तकनीकों को विकसित और प्रदर्शित करना है।
चंद्रयान 3 लैंड हो गया है?
चंद्रयान-3 के लैंडर को 23 अगस्त, 2023 को शाम 6:04 बजे के आसपास चंद्रमा पर धीरे से उतरने की योजना है। लोग बुधवार शाम 5:20 बजे से लैंडिंग को लाइव देख सकते हैं। इसरो का मानना है कि इस उपलब्धि से युवाओं में अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति रुचि और जिज्ञासा बढ़ेगी।
चंद्रयान 3 का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उद्देश्य. इसरो ने चंद्रयान -3 मिशन के लिए निम्नलिखित मिशन उद्देश्य निर्धारित किए हैं: चंद्रमा की सतह पर लैंडर को सुरक्षित और धीरे से उतारना। चंद्रमा पर रोवर की विचरण क्षमताओं का अवलोकन और प्रदर्शन।