anuthi uphar yojna|anuthi uphar scheme:उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में कोरोना टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए एक अनूठी उपहार योजना शुरू की है। इसके तहत 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर उन सभी लोगों के लिए राज्य सरकार की ओर से लक्की ड्रॉ निकाला जाएगा, जो टीका लगवा चुके हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि जिन जिलों में 25 हजार से अधिक लोग टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं, वे उपहार योजना में शामिल होने के पात्र होंगे। लक्की ड्रॉ के बाद चुने गए चार लाभार्थियों को उपहार दिए जाएंगे, जिन जिलों में 50 हजार से अधिक लोक टीके लगवा चुके हैं, वहां उपहारों की संख्या बढ़ाकर छह और आठ कर दी जाएगी।
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राज्य सरकार टीकाकरण को बढ़ावा दे रही है और 45 वर्ष से अधिक के सभी नागरिकों को आगे आकर टीके लगवाने की अपील की गई है, क्योंकि यह सुरक्षित है और कोरोना वायरस से बचाव के लिए कवच प्रदान करता है। इस बीच, उत्तर प्रदेश में कोरोना के प्रकोप में अभूतपूर्व बढ़ोतरी देखी जा रही है। राज्य में कल चार हजार 164 नए मरीजों की पुष्टि हुई, वहीं 31 लोगों की मृत्यु भी हो गई, जो अक्तूबर के बाद सबसे अधिक है।
राजधानी लखनऊ में रिकॉर्ड एक हजार 129 मरीजों की पुष्टि हुई, जबकि वाराणसी में 453 रोगियों का पता चला।राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ने के कारण मरीजों का आंकड़ा अचानक बढ़ा है। राज्य में कल एक लाख 77 हजार टेस्ट किए गए, जो एक रिकॉर्ड है।स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से कहा है कि वे कोरोना के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए सभी जरूरी उपाय करें।
Title | poshan abhiyaan 2022 registration – Poshan Maah, poshan abhiyaan.gov.in data entry |
Name of Program | Poshan Abhiyaan 2023 |
Launched By | PM Narendra Modi |
Year | 2022 |
Mode of application | Online |
Under Guidance | Ministry of women and child development |
Helpline Number | 011-23368202 / 011-23362376 |
Beneficiaries | women, children, and adolescents. |
Location | All Over Indian |
Motive | To provide the nutrition |
Category | Registration |
Official Website | poshanabhiyaan.gov.in |
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण को लेकर प्रदेश में सर्तकता बरतते हुए प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है. उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक जिले के निजी और सरकारी क्षेत्र के सभी कोविड अस्पतालों के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती करने के आदेश दिए हैं. ये नोडल अधिकारी प्रदेश के कोविड अस्पतालों में इलाज से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करेंगे. साथ ही कोविड अस्पतालों में कोई भी कमी मिलने पर कार्यवाही भी करेंगे|
कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए कंटेनमेंट जोन के नियम में बदलाव किया गया है. एक केस होने पर 25 मीटर और अधिक केस होने पर 50 मीटर रेडियस के क्षेत्र को प्रतिबंधित किया जाएगा. जिला प्रतिरक्षण अधिकारी कंटेनमेंट जोन में निगरानी की गतिविधियां के नोडल अधिकारी होंगे. मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने इसके दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. मुख्य सचिव के अनुसार, संक्रमण बढ़ते प्रकोप को देखते हुए निगरानी की गतिविधियों को बढ़ाया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन में प्रदेश की वर्तमान जनसंख्या घनत्व के अनुसार 25 मीटर रेडियस क्षेत्र में लगभग 20 घर होंगे. और 50 मीटर के रेडियस में 60 घर आएंगे|
कोविड-19 का एक मरीज मिलने पर दो कंटेनमेंट जोन में एक टीम लगाई जाएगी. एक क्षेत्र में एक से अधिक मरीज होने पर क्लस्टर माना जाएगा. क्लस्टर के बीच के बिंदु को एपीसेंटर मानते हुए 50 मीटर के रेडियस में क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा. ऐसे प्रत्येक कंटेनमेंट जोन में स्थित घरों की निगरानी के लिए एक टीम लगाई जाएगी. हर टीम में कुल तीन लोग, स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय निकाय शहरी क्षेत्र, ग्राम विकास पंचायती राज ग्रामीण क्षेत्र और स्थानीय प्रशासन से एक सदस्य होगा. कंटेनमेंट जोन का निर्धारण और गतिविधियों के लिए पल्स पोलियो अभियान की तरह ही कार्य किया जाएगा.