gokul gram yojana start date|gokul gram yojana kaha ki hai|gokul gram yojana cm:गोकुल ग्राम योजना के तहत जिले में श्वेत क्रांति लाने की सरकार की योजना है। इसी के तहत जिले में 500 गोकुल गांव का चयन किया गया है। इन गांव में कृत्रिम गर्भाधान किया जा रहा है। पशुओं को उत्तम किस्म का सीमन दिया जा रहा है। जिले में पचास हजार पशुओं को कृत्रिम गर्भाधान के लिए 10 माह का समय दिया गया, लेकिन जिले में पांच माह में 6710 पशुओं में ही कृत्रिम गर्भाधान हो पाया है।
जिले में छह लाख से ज्यादा गाय, भैंस, बकरी आदि पशु हैं, लेकिन उन्नत किस्त के दुधारू गाय व भैंस की कमी है। इसके चलते दुग्ध उत्पादन नहीं बढ़ पा रहा है। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा गोकुल ग्राम मिशन योजना शुरू की गई है। जिले में पांच सौ गांव में प्रत्येक गांव में सौ पशुुओं सहित पचास हजार पशुओं को उत्तम किस्स का सीमन लगा कृत्रिम गर्भाधान किया जा रहा है।
gokul gram yojana
राष्ट्रीय गोकुल मिशन को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा 28 जुलाई 2014 को आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जाएगा। वर्ष 2014 में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था।देश के किसानों की आय को बढ़ानें के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है |
दरअसल सरकार इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुचाना चाहती है, ताकि उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके | रकार द्वारा इस योजना को शुरू करनें के मुख्य उद्देश्य स्वदेशी नस्ल के गौवंश तथा दुधारू पशुओं को बढ़ावा देना तथा इन पशुओं में होने वाली विभिन्न प्रकार की प्राण घातक बीमारियों से बचाना है | इसके साथ ही हमारे देश में बहुत से ऐसे किसान है, जो विदेशी नस्ल के दुधारू पशुओं का पालन करते है, परन्तु जलवायु परिवर्तन से सामंजस्य न बैठ पानें के कारण उनकी मृत्यु हो जाती है |
gokul gram yojana which state
योजना का नाम | gokul gram yojana |
किसने आरंभ की | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | गौपालक |
उद्देश्य | स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित करना |
आधिकारिक वेबसाइट | यहां क्लिक करे |
साल | 2022 |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
gokul gram yojana cm की अंतर्गत पुरुस्कार का प्रावधान
- इस मिशन के अंतर्गत पुरुस्कार का प्रावधान भी रखा गया है।
- जिससे की देश किसान पशुपालन की तरफ आकर्षित हो सके।
- यह पुरस्कार पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदान किया जाएगा।
- प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले नागरिक को गोपाल रतन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले नागरिक को कामधेनु पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
- इसके अलावा स्वदेशी नस्लओ के गौजातीय पशुओं का बेहतर संरक्षण करने वाले पशुपालक को गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।
- कामधेनु पुरस्कार गौशालाओं और सर्वोत्तम प्रबंधित ब्रीड सोसाइटी को दिया जाएगा
- इस योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 22 गोपाल रत्न तथा 21 कामधेनु पुरुस्कार प्रदान किए जा चुके है।
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लाभ तथा विशेषताएं
- राष्ट्रीय गोकुल मिशन को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा 28 जुलाई 2014 को आरंभ किया गया था।
- इस योजना के माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जाएगा।
- वर्ष 2014 में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था।
- सन 2019 में इस योजना के बजट को ₹750 करोड़ रुपया से बढ़ा दिया गया।
- इस मिशन के माध्यम से स्वदेशी दुधारु पशुओं की अनुवांशिक संरचना में सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- जिससे कि पशुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी।
- इसके अलावा दूध उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जाएंगे।
- इस योजना के माध्यम से देश के पशुपालक किसानों की आय मै वृद्धि होगी।
- इसके अलावा इस मिशन से माध्यम से पशुपालन को बढ़ावा दिया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ वैज्ञानिक रुप से वृद्धि करने के विषय में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
इसे भी जरूर पढ़ें:- New Education Policy 2022
Rashtriya Gokul Mission की पात्रता
- आवेदन भारत तथा निवासी होना चाहिए।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष या फिर उससे ज्यादा होने चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत छोटे किसान तथा पशुपालक ही आवेदन कर सकते हैं।
- सरकारी पेंशन प्राप्त करने वाले पशुपालकों या किसानों को इस योजना का लाभ नहीं प्रदान किया जाएगा।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- आयु का प्रमाण
- आए प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो ग्राफ
- मोबाइल नंबर
- ईमेल id आदि
gokul gram yojana
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई गोकुल मिशन योजना को राज्यो के पशुधन विकास बोर्ड जैसे संस्थानों के द्वारा आरम्भ किया गया है। इस योजना के तहत फंड एकीकृत स्वदेशी पशु केंद्र, गोकुल धाम की स्थापना के लिए दिया जाता है। इसके आलावा, स्वदेशी पशु विभाग में सबसे पहले जर्म्प्लाज्म के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एजेंसियों जैसे सीसीबीएफ, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि या पशुपालन विश्वविद्यालय, कॉलेज, सहकारी समितियां और गौशालाएँ भी जुड़े है इसके आलावा इस योजना मुख्य उदेश्य यह ही है की देश के पशु पालन वाले नागरिको को सहायता प्रदान की जाए ताकि वह सभी गांव में डेरी जैसे कार्यो को पूरा कर सके।