Ajmer 92 movie|ajmer 92 release date|ajmer 92 story:द कश्मीर फाइल्स और द केरल स्टोरी के बाद एक और फिल्म चर्चा में है. टाइटल है ‘अजमेर 92’, जिसे पुष्पेंद्र सिंह डायरेक्ट करने वाले हैं. ये फिल्म अजमेर की एक सच्ची घटना पर आधारित बताई जा रही है|हाल ही में अजमेर की एक सच्ची घटना पर फिल्म की घोषणा हुई है. फिल्म का टाइटल है ‘अजमेर 92’. ये फिल्म रिलायंस एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनने जा रही है, जिसे पुष्पुंद्र सिंह डायरेक्ट कर रहे हैं और उमेश कुमार तिवारी प्रोड्यूसर हैं. हाल ही में इस फिल्म का पोस्टर सामने आया है|
द केरल स्टोरी फिल्म को रिलीज हुए कुछ ही वक्त बिता है कि अब एक और मूवी सुर्खियों में आ गई. इस मूवी का नाम है अजमेर-92. मुस्लिम संगठनों ने इस फिल्म को लेकर मोर्चा खोल दिया है. रिलीज होने से पहले ही यह फिल्म विवादों के घेरे में आ गई है. कई लोग इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने फिल्म ‘अजमेर-92’ को देश में नफरत फैलाने की साजिश बताया है. फिलहाल, यह फिल्म चर्चा का विषय बनी हुई है|
क्या है Ajmer 92 फिल्म
अजमेर 92 फिल्म रिलीज होने से पहले चर्चा का विषय बनी हुई है. लोगों ने इस पर अपना रिएक्शन देना शुरू कर दिया है. मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी का कहाना है कि फिल्म के जरिए एक धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है. इससे समाज में नफरत फैलेगी. बताया जा रहा है यह फिल्म दरगाह अजमेर शरीफ को बदनाम करेगी. साथ ही एक विशेष धर्म के समाज को बांटेगी|
जानकारी के मुताबिक अजमेर 92 फिल्म आने वाली चौदह जुलाई को रिलीज हो रही है. इस फिल्म साल 1992 में अजमेर शहर में हुई कई रेप की घटना पर आधारित है. इस फिल्म के निर्देशिक पुष्पेंद्र सिंह हैं. फिल्म करण वर्मा, सुमित सिंह, अलका अमीन, राजेश शर्मा, ईशान शर्मा, महेश बलराज, बृजेंद्र काला, मनोज जोशी आदि कई कलाकार शामिल हैं. बताया जा रहा है साल 1992 में अजमेर में 250 से ज्यादा स्कूली लड़कियों कर ब्लैकमेल कर उनका यौन शोषण किया गया था, उस समय इस कांड से पूरे देश को हिला के रख दिया था. यह फिल्म इन्हीं घटनाओं पर आधारित बताई जा रही है|
ajmer 92 story
अजमेर 92 का जो पोस्टर आया है वो कई अखबार कटिंग से डिजाइन है, जिसमें कई बड़े और सनसनीखेज हेडलाइन्स देखने को मिल रहे हैं. जैसे- ‘250 कॉलेज गर्ल्स हुईं शिकार, बटने लगी न्यूड फोटो’, ‘एक के बाद एक सुसाइड से उठा परदा’, ‘आत्महत्या नहीं हत्या है और इसके पीछे शहर के बड़े लोगों का हाथा है|
रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 1992 में अजमेर में एक ऐसी घटना घटी थी, जिसने सभी के दिलों को दहला कर रख दिया था. बताया जाता है कि अजमेर में लगभग 300 लड़कियों के साथ न्यूड फोटो की आड़ में ब्लैकमेल करके उनका रेप किया गया था. बताया जाता है कि इस घटना को शहर के एक बड़े परिवार और उनके करीबियों के द्वारा अंजाम दिया गया था. मेकर्स ने पोस्टर में 250 लड़कियों का जिक्र किया है. बता दें कि ये फिल्म 14 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी|
क्या है Ajmer 92 फिल्म की असली कहानी ?
पुष्पेंद्र सिंह के डायरेक्शन में बनी ‘अजमेर 92’में जरीना वहाब, सयाजी शिंदे, मनोज जोशी और राजेश शर्मा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। फिल्म रियल बेस्ड स्टोरी बताई जा रही है। फिल्म में अजमेर में सालों पहले 100 से ज्यादा युवा लड़कियों के ब्लैकमेल किए जाने और फिर उनके सीरियल सेक्सुअल असॉल्ट का शिकार होने की कहानी दिखाई गई है। फिल्म के कंटेंट को लेकर ही विवाद गहरा रहा है।
मदनी ने आगे कहा, ”ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, जिनकी दरगाह अजमेर में है को हिंदू-मुस्लिम एकता का जीवंत उदाहरण और लाखों लोगों के दिलों पर राज करने वाला बताया। उन्होंने चिश्ती को देश में शांति और सद्भाव का दूत बताया जिन लोगों ने उनके पवित्र व्यक्तित्व का अपमान या अपमान करने की कोशिश की, वे खुद अपमानित हुए है।
मौलाना मदनी ने कहा कि अजमेर शहर में जिस तरह से आपराधिक घटनाएं सामने आ रही हैं वह पूरे समाज के लिए एक घिनौनी हरकत है। उन्होंने आगे कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक वरदान के साथ-साथ किसी भी लोकतंत्र की ताकत है, लेकिन इसकी आड़ में देश को तोड़ने वाले विचारों और धारणा को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता है।
फिल्म ‘अजमेर-92’ रिलीज से पहले ही विवाद के घेरे में आ चुकी है। जी हां, कथित तौर पर कहा जा रहा है कि यह फिल्म अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करती है और 30 साल पहले अजमेर में टीनएज लड़कियों पर हुए आपराधिक हमले पर बेस्ड है। वहीं, फिल्म के कंटेंट को लेकर जमीयत उलमा-ए-हिंद ने ‘अजमेर-92’ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इसे बैन करने की मांग की है।
अब तक गंगा-जमुनी तहज़ीब के नाम पर सचाई पर पर्दा डालते रहे। अब जब सत्य सामने आने लगे हैं तो पेट में मरोड़ उठ रहे हैं।